tag:blogger.com,1999:blog-3827675643755901593.post4198406718336607801..comments2023-09-19T08:45:52.866-07:00Comments on Aziz Burney: ‘मेरी आंखों में तुम्हारे ख़्वाब हैं’अज़ीज़ बर्नीAziz Burneyhttp://www.blogger.com/profile/02500755769280457568noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-3827675643755901593.post-73294538652417178572011-04-02T03:16:56.948-07:002011-04-02T03:16:56.948-07:00दरअसल मैं रोज़नामा राष्ट्रीय सहारा के इन पृष्ठों क...दरअसल मैं रोज़नामा राष्ट्रीय सहारा के इन पृष्ठों को एक ऐसी कीमिया के रूप में भारत के कोने-कोने तक पहुंचा देना चाहता हूं, इसलिए कि सैकड़ों वर्षों तक चलने वाले जिस षड़यंत्र ने हमसे हमारी ज़्ाुबान छीन ली, हमारे ऊंचे क़द को बौने क़द में बदल दिया, हमारे उत्साह को तोड़ दिया, हमें सिर झुकार जीने के लिए मजबूर कर दिया, हम इस कीमिया के माध्यम से फिर वह स्थान प्राप्त कर सकें, जो कभी हमारा था और जिसके हम हक़दार हैं। इसलिए कि वतन के शहीदों की सूचि में आज भी वह नाम सुनहरे अक्षरों में दर्ज हैं जो हमें यह कहने और लिखने का अधिकार उपलब्ध कराते हैं। एक आख़री बात ‘थिंक टैंक’ के हवाले से। इस विषय पर विस्तार से लिखे जाने की आवश्यकता है और क़ौम द्वारा विचार किए जाने के भी, इसलिए कि अब समय आ गया है कि जब अलग-अलग क्षेत्रों से संबंध रखने वाले सभी योग्य व्यक्तियों को एकत्रित करके एक ऐसी रणनीति बना ली जाए, जो जस्टिस राजेंद्र सच्चर की रिपोर्ट के अनुसार आज देश की सबसे पिछड़ी क़ौम की तक़दीर बदल सके, क्या आप इरादा रखते हैं इस कल्पना को वास्तविकता में बदलने का?..................................<br />आपकी पोस्ट को बहोत गहराई से पढा। अगर इरादे नेक हैं तो आप ज़रूर कामयाब होते हैं।<br /> वो कहते हैं न कि....<br />every cloud has a silver lininng.रज़िया "राज़"https://www.blogger.com/profile/12190998804214272758noreply@blogger.com